Ophthalmopathy : क्या आपकी आंखें बिना किसी कारण सूज जाती हैं? या फिर पलकें खुद-ब-खुद खुली रह जाती हैं और आंखें बाहर की ओर उभरी हुई लगती हैं?
यदि हाँ, तो यह किसी थायरॉयड डिसऑर्डर, विशेषकर Graves’ Ophthalmopathy (TED) या Graves’ Orbitopathy का संकेत हो सकता है।
यह बीमारी न केवल आंखों की खूबसूरती को प्रभावित करती है, बल्कि दृष्टि (vision), आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालती है।
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क्या होती है Graves’ Ophthalmopathy? (ग्रेव्स ऑफ़्थाल्मोपैथी क्या है?)
Graves’ ophthalmopathy एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आंखों के पीछे के टिश्यू और मांसपेशियों पर हमला कर देती है। इससे आंखें सूजने लगती हैं, उभरी हुई दिखाई देती हैं और दृष्टि भी धुंधली हो सकती है।
यह समस्या अक्सर Graves’ disease नामक थायरॉयड डिसऑर्डर के साथ जुड़ी होती है।
आंखों पर थायरॉयड का प्रभाव (Thyroid Effect on Eyes)
लक्षण | प्रभाव |
---|---|
आंखों का बाहर की ओर उभर आना (Exophthalmos) | ग्लोब को आगे की ओर पुश करता है |
पलकों का पीछे हटना | डर या चौकन्नेपन जैसा लुक |
जलन और सूखापन | लगातार Irritation |
डबल विज़न (Diplopia) | आंखों की मांसपेशियों की सूजन के कारण |
आंखों का लाल होना | सतह की सूजन के कारण |
TED Eyes के प्रमुख लक्षण (Eye Signs in Thyrotoxicosis)
- आंखों का बाहर निकल आना (Proptosis)
- Photophobia (प्रकाश से संवेदनशीलता)
- Tearing (पानी बहना)
- Grittiness sensation (आंख में रेत जैसा महसूस होना)
- डबल विजन और पलकें पूरी बंद न होना
Graves Orbitopathy: क्यों बढ़ रही है चिंता?
Graves Orbitopathy के मामले भारत सहित दुनियाभर में बढ़ रहे हैं। कोविड-19 के बाद भी रिपोर्ट्स में देखा गया है कि 25% से ज्यादा नए मामलों में थायरॉयड के बाद आंखों की सूजन भी दिख रही है।
नवीनतम रिपोर्ट (2025)
- Viridian Therapeutics की नई दवा Veligrotug (VRDN‑001) ने आशाजनक परिणाम दिए हैं।
- Tepezza (teprotumumab) को USA और अब EU में भी मंजूरी मिल गई है।
- भारत में भी यह थेरेपी जल्द उपलब्ध होने की संभावना है।
Graves’ Ophthalmopathy Treatment (उपचार)
1. Tepezza (Teprotumumab)
- FDA द्वारा स्वीकृत
- सूजन और bulging eyes में असरदार
- साइड इफेक्ट्स: हाई ब्लड शुगर, मांसपेशियों में दर्द
2. Veligrotug (VRDN‑001)
- नई थेरेपी, तेजी से प्रभावी
- 56% रोगियों को फायदा
- अभी ट्रायल चरण में
3. स्टेरॉयड थेरेपी
- Prednisone जैसी दवाएं
- सूजन कम करती हैं
- साइड इफेक्ट्स को मैनेज करना जरूरी
4. रेडिएशन थेरेपी
- गंभीर मामलों में दी जाती है
5. ऑर्थोपेडिक सर्जरी (Orbital Decompression)
- आंख के पीछे की हड्डी हटाकर प्रेशर रिलीज किया जाता है
घरेलू देखभाल और लाइफस्टाइल सुझाव
- ठंडी सिकाई (Cold Compress)
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार (Vitamin C, E, Selenium)
- धूप से बचाव के लिए चश्मा पहनना
- स्मोकिंग न करें (Graves’ disease को और बढ़ाता है)
- पर्याप्त नींद और स्ट्रेस कम करें
Hypothyroid Eyes और Eye Goiter क्या है?
- Hypothyroid eyes में सूजन कम होती है लेकिन पलकों की गतिविधि धीमी हो जाती है
- Eye Goiter एक आम नाम है जिसमें आंखों की सूजन थायरॉयड से जुड़ी होती है
- यह दिखने में डरावना हो सकता है लेकिन उचित इलाज से नियंत्रित हो सकता है
निष्कर्ष (Conclusion)
Graves’ ophthalmopathy या thyroid eye disease केवल आंखों की समस्या नहीं है, यह एक जीवन की गुणवत्ता से जुड़ी गंभीर स्थिति है। लेकिन अच्छी बात यह है कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में इसके लिए अब प्रभावी उपचार मौजूद हैं।
यदि आप या आपके किसी जानने वाले को आंखों की सूजन, लालिमा या डबल विजन जैसी समस्या है, तो यह सिर्फ आंखों का नहीं बल्कि थायरॉयड का इशारा हो सकता है।
समय रहते जांच कराना ही सबसे बेहतर इलाज है।
Graves ophthalmopathy का मुख्य कारण क्या है?
यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जो आमतौर पर Graves’ disease के साथ देखी जाती है।
TED Eyes कितनी सामान्य है?
25-50% ग्रेव्स के रोगियों में ये आंखों के लक्षण दिखते हैं।
क्या TED का इलाज संभव है?
हां, नई दवाओं (जैसे Tepezza, Veligrotug) से इसमें बहुत सुधार हुआ है।