Psyllium Husk ( Isabgol ): Health Benefits, and Uses

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Isabgol

Psyllium Husk ( Isabgol ) : इसबगोल, जिसे साइलियम हस्क के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध प्राकृतिक उपचार है जिसका उपयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है। इसबगोल में फाइबर की मात्रा अधिक मात्रा होती है , जो हमारी पाचन शक्ति को मजबूत बनता है। इसबगोल को किसीके भी साथ लिया जा शकते है।

इसबगोल को ओथमजीरा, उम्मतजीरा, ऊंटजीरा, घोड़ा जीरा, इसबगोल आदि भी कहा जाता है। इसबगोल को मशीन में पीसने से जो सफेद छिलका अलग होता है, वही इसबगोल की भूसी होती है। इसबगोल कब्ज, रक्तातिसार, दस्त, जलन, प्यास और रक्तपित्त का नाश करता है। इसबगोल मस्सों का उत्तम औषधि है। इसके अलावा, यह कामशक्ति बढ़ाने वाला, मधुर, ग्राही, शीतल और रसयुक्त होता है।

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  • एक-दो चम्मच इसबगोल की भूसी दही में मिलाकर, शक्कर डालकर मिश्रण तैयार करें और तुरंत रात में पीने से पुरानी कब्ज, आंतों का अल्सर, आंतों की गर्मी और वायुगोला रोगों में लाभ होता है।
  • दो से तीन चम्मच इसबगोल को रात में एक गिलास पानी में भिगोकर रखें और सुबह इसे अच्छे से मसलकर छान लें। इसमें दो चम्मच खड़ी शक्कर मिलाकर पीने से ज्वरातिसार, रक्तातिसार (अल्सरेटिव कोलाइटिस), जीर्णावतीसार, रक्तस्रावी मस्से, सभी प्रकार के प्रमेह, दाह, आंतरिक सूजन और पुरानी कब्ज दूर होती है।
  • दो चम्मच इसबगोल की भूसी में एक चम्मच खड़ी शक्कर मिलाकर रोज रात को फांक लें और ऊपर से एक गिलास गुनगुना दूध पिएं। ऐसा उपचार एक-दो महीने करने से आंतों में लगी पुरानी मल की चिपकन दूर हो जाती है।
  • आंतों की क्रिया नियमित होने से और पुरानी मलावरोध दूर होने से कब्जियत मिट जाती है। मल को साफ निकालने वाले और कब्ज को दूर करने वाले औषधियों में इसबगोल एक उत्तम औषधि है।
  • इसबगोल में घुलनशील फाइबर की अधिकता होती है जो पानी को अवशोषित कर मल को नरम बनाता है और उसे आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। यह कब्ज के उपचार में अत्यधिक प्रभावी है।
  • इसबगोल आंतों की क्रिया को नियमित करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाता है। यह गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक है।
  • इसबगोल का सेवन करने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर कम होता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर बढ़ता है। यह हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
  • इसबगोल के सेवन से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यह फाइबर धीमी गति से पचता है, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
  • इसबगोल का सेवन भूख को कम करता है और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। यह वजन घटाने में सहायक है क्योंकि इससे अधिक खाने की प्रवृत्ति कम होती है।
  • इसबगोल आंतों को साफ करने में मदद करता है। यह टॉक्सिन्स और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है, जिससे आंतों की सफाई होती है।
  • इसबगोल मल को नरम और भारी बनाता है, जिससे बवासीर और डायवर्टीकुलोसिस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
  • इसबगोल हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।
  • इसबगोल प्रोबायोटिक्स के रूप में कार्य करता है और पाचन तंत्र में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।

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  1. सामान्य उपयोग:
    हर सुबह, दोपहर, और शाम एक-एक चम्मच इसबगोल साधारण पानी के साथ लें।
  2. रात का उपयोग:
    एक चम्मच इसबगोल को रात में पानी में भिगोकर रखें। सुबह इसे मसलकर छान लें, उसमें एक चम्मच बादाम का तेल और चीनी मिलाकर पीने से पेट की सफाई होती है और कब्ज दूर होती है।
  3. गर्म पानी में उपयोग:
    एक चम्मच इसबगोल को आधे गिलास उबलते पानी में डालकर ढक दें और ठंडा होने दें। फिर उसमें चीनी मिलाकर पीने से रक्तप्रदर, अतिसार, और रक्तप्रमेह जैसी समस्याएँ दूर होती हैं। यह उपाय रक्तस्राव को रोकने में भी मदद करता है।
  4. दही के साथ उपयोग:
    एक चम्मच इसबगोल और एक चम्मच चीनी मिलाकर रात में दही में डालकर पीने से कुछ ही दिनों में पुरानी कब्जियत दूर हो जाती है और आंतों में जमे मल को निकालने में मदद मिलती है।
  5. एलायची और चीनी के साथ उपयोग:
    दो भाग इसबगोल, एक भाग इलायची दाना, और तीन भाग खड़ी चीनी को रात में पानी में भिगोकर रखें। सुबह इसे मसलकर छान लें और पीने से शारीरिक कमजोरी और थकान दूर होती है।

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सामग्री:

  • 1-2 चम्मच इसबगोल
  • एक गिलास गुनगुना पानी या दूध

विधि:

  • एक गिलास गुनगुने पानी या दूध में 1-2 चम्मच इसबगोल मिलाएं।
  • अच्छी तरह से मिलाएं और तुरंत पी लें।
  • इसके तुरंत बाद एक और गिलास पानी पिएं ताकि इसबगोल को पेट में फूलने और सही से काम करने के लिए पर्याप्त पानी मिले।

समय:

  • इसबगोल का सेवन सुबह खाली पेट करें या रात को सोने से पहले करें। इससे यह वजन घटाने में अधिक प्रभावी हो सकता है।

ध्यान दें:

  • इसबगोल के साथ पर्याप्त पानी पीना जरूरी है, क्योंकि यह फाइबर होता है और पानी की कमी से कब्ज हो सकता है।
  • किसी भी सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या हो।

वजन घटाने के लिए इसबगोल का सेवन करते समय एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी महत्वपूर्ण है।

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