Shilajit: The Ancient Secret of Health and Strength

Zeel Donga
9 Min Read
Shilajit

Overview

Shilajit एक प्राचीन प्राकृतिक पदार्थ है जिसे आयुर्वेद में विशेष स्थान प्राप्त है। यह हिमालय की ऊँची पर्वत श्रेणियों में पाए जाने वाले पत्थरों और मिट्टी के बीच से रिसता है और सदियों से इसे स्वास्थ्य और शक्ति के लिए अमृत माना जाता है। शिलाजीत का उपयोग प्राचीन काल से विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है, और यह शरीर की ऊर्जा, शक्ति, और यौन स्वास्थ्य को सुधारने के लिए भी प्रसिद्ध है।

इस लेख में, हम शिलाजीत के गुण, लाभ, उपयोग और सावधानियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। आइए जानते हैं कि यह प्राकृतिक पदार्थ कैसे हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो सकता है।

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What is Shilajit?

Shilajit एक गाढ़ा, चिपचिपा और काले रंग का पदार्थ है, जो मुख्य रूप से हिमालय, तिब्बत, और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह सदियों से चट्टानों और मिट्टी में फंसे पौधों, जीवों, और अन्य कार्बनिक पदार्थों के धीरे-धीरे विघटन के परिणामस्वरूप बनता है। शिलाजीत में 80 से अधिक खनिज, फुल्विक एसिड, और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो इसे अद्वितीय औषधीय गुण प्रदान करते हैं।

Major components of Shilajit | How effective is Shilajit

Shilajit के प्रमुख घटक इस प्रकार हैं:

  1. फुल्विक एसिड: यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है।
  2. खनिज पदार्थ: शिलाजीत में 80 से अधिक खनिज होते हैं, जिनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं। ये खनिज शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं में सहायक होते हैं।
  3. डीबीपीएस (Dibenzo Alpha Pyrones): यह शिलाजीत का एक महत्वपूर्ण घटक है जो शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और मस्तिष्क के कार्यों को सुधारता है।

Health benefits of Shilajit | Shilajit Benefit | Shilajit Benefits

shilajit के नियमित सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सकते हैं। निम्नलिखित बिंदुओं पर गौर करें:

  1. ऊर्जा में वृद्धि: शिलाजीत का सेवन शरीर की ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है। यह थकान को दूर करता है और शरीर को ताजगी और स्फूर्ति प्रदान करता है। फुल्विक एसिड और खनिजों की मौजूदगी से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
  2. यौन स्वास्थ्य में सुधार: शिलाजीत को एक प्राकृतिक यौन शक्तिवर्धक माना जाता है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाता है और यौन स्वास्थ्य को सुधारता है। इसके सेवन से यौन शक्ति, स्तंभन दोष, और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार होता है।
  3. मस्तिष्क स्वास्थ्य: शिलाजीत में उपस्थित डीबीपीएस मस्तिष्क के कार्यों को सुधारने में मदद करते हैं। यह मानसिक स्पष्टता, स्मृति शक्ति, और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। शिलाजीत का सेवन न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से बचाव में भी सहायक होता है।
  4. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है: शिलाजीत का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और संक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
  5. बुढ़ापे के प्रभावों को कम करता है: शिलाजीत का सेवन शरीर में उम्र के प्रभावों को धीमा करता है। यह त्वचा की झुर्रियों को कम करता है, बालों को सफेद होने से रोकता है, और शरीर की संपूर्ण उम्र प्रक्रिया को धीमा करता है।
  6. हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभकारी: शिलाजीत में उपस्थित खनिज हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों में भी सहायक होता है।
  7. वजन घटाने में सहायक: शिलाजीत का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे शरीर में अतिरिक्त वसा का संचय नहीं होता। यह वजन घटाने में सहायक होता है और शरीर को फिट रखता है।
  8. स्ट्रेस और चिंता को कम करता है: शिलाजीत का सेवन मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है। यह मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को बढ़ाता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
  9. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद: शिलाजीत का सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, और हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखता है।

Use of shilajit | What is Shilajit used for

Use of shilajit
Use of shilajit

Shilajit का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जैसे कि कैप्सूल, पाउडर, या सीधे इसके प्राकृतिक रूप में। शिलाजीत का सेवन करते समय निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:

  1. खुराक: शिलाजीत की खुराक व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, और शारीरिक जरूरतों पर निर्भर करती है। आमतौर पर, 300-500 मिलीग्राम शिलाजीत का सेवन प्रतिदिन किया जा सकता है। इसे किसी भी पेय के साथ मिलाकर लिया जा सकता है, जैसे पानी, दूध, या चाय।
  2. समय: शिलाजीत का सेवन सुबह के समय खाली पेट करना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे इसका प्रभावी अवशोषण होता है और पूरे दिन के लिए ऊर्जा मिलती है।
  3. सावधानियां: शिलाजीत का सेवन करते समय यह सुनिश्चित करें कि यह शुद्ध हो। बाजार में मिलावटयुक्त शिलाजीत भी उपलब्ध है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, हमेशा प्रमाणित स्रोत से ही शिलाजीत खरीदें।
  4. लंबे समय तक उपयोग: शिलाजीत का सेवन लंबे समय तक किया जा सकता है, लेकिन यदि किसी व्यक्ति को कोई दुष्प्रभाव महसूस हो तो इसका सेवन बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

Possible side effects of Shilajit | Shilajit side effects

हालांकि शिलाजीत एक प्राकृतिक और सुरक्षित पदार्थ है, लेकिन इसके कुछ संभावित दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. मिचली और उल्टी: कुछ लोगों को शिलाजीत के सेवन से मिचली और उल्टी की समस्या हो सकती है। इसे कम करने के लिए शिलाजीत का सेवन खाने के बाद करें।
  2. एलर्जी: शिलाजीत का सेवन करने से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है, जैसे कि त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, या सूजन। यदि ऐसा हो, तो तुरंत शिलाजीत का सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।
  3. रक्तचाप में परिवर्तन: शिलाजीत का सेवन रक्तचाप को प्रभावित कर सकता है। उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप के मरीजों को इसका सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
  4. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि इसके प्रभावों के बारे में पर्याप्त शोध नहीं हुआ है।

Selection and storage of Shilajit

Selection and storage of Shilajit
Selection and storage of Shilajit

Shilajit का चयन करते समय शुद्धता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उच्च गुणवत्ता वाले शिलाजीत में फुल्विक एसिड और खनिजों की सही मात्रा होती है। इसे चुनते समय निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:

  1. प्रमाणित स्रोत से खरीदें: हमेशा प्रमाणित और विश्वसनीय स्रोत से ही शिलाजीत खरीदें। नकली या मिलावटयुक्त शिलाजीत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  2. रंग और गंध: शुद्ध शिलाजीत का रंग काला या गहरे भूरे रंग का होता है, और इसमें विशेष प्रकार की गंध होती है। अगर शिलाजीत का रंग हल्का है या गंध में कोई विचित्रता है, तो इसका सेवन न करें।
  3. भंडारण: शिलाजीत को ठंडी और सूखी जगह पर संग्रहित करें। इसे सील्ड कंटेनर में रखें ताकि यह नमी और हवा से सुरक्षित रहे।

निष्कर्ष

ऊपर दी गयी माहिती हमने इंटरनेट के माध्यम से एकत्रित की है जिसका उदेश्य मात्र आपको जानकारी प्रदान करना है , अगर आपको शिलाजीत से किसी भी प्रकार की एलर्जी जैसा कुछ भी लगे तो डॉक्टर का परामर्श करे बाद में उसका सेवन कीजिए।

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