प्रस्तावना – विमान सेवाओं के केंद्र में अहमदाबाद
Ahmedabad-airport, जिसका आधिकारिक नाम सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (SVPIA) है, गुजरात और आसपास के क्षेत्रों का सबसे महत्वपूर्ण हवाई मार्ग है।वर्ष 1937 में स्थापित होने के बाद से यह एयरपोर्ट लगातार विकसित हुआ।
वित्तवर्ष 2024–25 में इसने 1,34,27,697 यात्रियों को सेवाएँ दीं (14.8% की वृद्धि) और 1,01,119 विमानों का संचालन किया । यह देश के सातवें सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है।
READ MORE :- हवाई जहाज का ब्लैक बॉक्स क्या है और यह कैसे काम करता है? – जानिए हर राज़
इतिहास और परिचालन मानचित्र (History and operational maps) | Sardar Vallabhbhai Patel Airport | International Airports in India | Best Airport in Gujarat
- स्थापना और अंतर्राष्ट्रीयकरण: 1937 में प्रारंभिक संचालन; 1991 में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हुई, और 2000 में पूर्ण अंतर्राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त किया गया ।
- नए मार्ग: 2004 में लंदन की उड़ान शुरू, 2008 में बंद; 2010 में फ्रैंकफर्ट सेवा; 2016 में फिर से लंदन-हीथ्रो सेवा Boeing 787 से पुनः शुरू हुई ।
- स्वामित्व और परिचालन: AAI से प्राइवेट करने की प्रक्रिया में; संचालन अब Adani Airports (Ahmedabad International Airport Ltd) के अंतर्गत है ।
वर्तमान टर्मिनल संरचना और सुविधाएं (Current terminal structure and facilities) | Ahmedabad Airport New Terminal | Ahmedabad Airport Expansion
टर्मिनल-1 (घरेलू)
- क्षेत्रफल: लगभग 45,000 वर्ग मीटर, 32 चेक‑इन काउंटर्स ।
- सुविधाएं: प्रायोरिटी पास लाउंज, प्लाज़ा प्रीमियम सुविधा गृह, स्वचालित सिस्टम ।
टर्मिनल-2 (अंतरराष्ट्रीय)
- उद्घाटन: 2010 में, 41,000+ sqm, 32 काउंटर, 4 एयरब्रिज
- हाल की अपग्रेड: अब 6–8 एयरब्रिज, 55 चेक‑इन काउंटर (विस्तारित)।
- नई सुविधाएं: 24 इमिग्रेशन काउंटर; ‘अमरू अहमदाबाद’ थीमड डिजाइन ।
Recent Upgradations & Capacity Expansion
1. यात्री ट्रैपेक्श (Passenger Trapex)
- 2023–24 में 1.16 करोड़ यात्री; 2024–25 में 1.34 करोड़—14–15% वार्षिक वृद्धि ।
2. घरेलू उड़ान सेवाओं का स्थानांतरण (Transfer of domestic flight services) | Flights from Ahmedabad
- 25% घरेलू उड़ानों को T1 से T2 में स्थानांतरित किया गया—स्थानिक संतुलन और भीड़ में कमी हेतु ।
3. पार्किंग स्टैंड और एरब्रिज की संख्या में वृद्धि (Increase in the number of parking stands and airbridges)
- T2 में अब कुल 18 फ्लाइट स्टैंड, चार अतिरिक्त पार्किंग स्टैंड ।
- एयरब्रिज की संख्या 8; MARS सिस्टम से सुगमता ।
4. कार्गो और पेरिशेबल सेंटर (Cargo and Perishable Center)
- पेरिशेबल कार्गो सेंटर मई 2025 में फिर से ऑपरेशनल; क्षमता = 40,000MT/वर्ष।
- सेमी-ऑटोमैटेड कार्गो टर्मिनल: 33,000 sqm; Phase-1 (21,000 sqm)& 2L टन/माह क्षमता, 2025 मध्य से ऑपरेशनल ।
5. भविष्य की योजनाएं (future plans)
- नया Integrated Terminal (तीसरा टर्मिनल) फरवरी 2026 तक T1 के पास ।
- Adani के ₹1,300 करोड़ + ₹700 करोड़ निजी पूंजी निवेश (Project Anantha)
- बुनियादी ढांचे में ATC tower, cargo complex, remote check-in, airport plaza शामिल ।
तकनीकी सुधार और स्मार्ट पहल (Technological improvements and smart initiatives)
- डिजी-यात्रा (DigiYatra) और self-baggage drop kiosks शामिल ।
- सेल्फ स्क्रीनिंग और E-gates से सुरक्षा व इमीग्रेशन सुधार ।
- स्वच्छता रोबोट, नई X-ray स्कैनिंग और metal detector उपकरण ।
- मेट्रो कनेक्शन प्रस्ताव: Koteshwar रोड से एयरपोर्ट तक 4–6 किलोमीटर अन्वेषण, लागत ~₹1,800 करोड़ ।
- पर्यावरण प्रथाएं: सूरज ऊर्जा, rainwater harvesting और कुल अर्थतंत्र सुधार योजना ।
अंतर्राष्ट्रीय मार्ग और एयरलाइंस नेटवर्क (International routes and airlines network)
- अप्रेल 2023 के अंत तक नए मार्ग—Thai AirAsia (Bankok), VietJet (Vietnam), Fly Baghdad, Malaysia Airlines, Turkish Airlines कॅरगो, Ethiopian Airlines cargo ।
- स्पोर्ट इवेंट्स: G20 बैठक और क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के दौरान टॉप रिकॉर्ड्स—42,224 यात्रियों/दिन; 359 विमान मुवमेंट; 99 non-scheduled फ्लाइट्स ।
यात्री अनुभव और सजावलंबन (Passenger experience and decorum)
- पर्याप्त पार्किंग लेन (6 लेन ड्रॉप/पिक‑अप), वेटिंग लाउंज, फूड जोन, कैफे, duty-free और retail zफेसिलिटी ।
- प्लाज़ा प्रीमियम लाउंज – दोनों टर्मिनल में उपलब्ध; सुविधा उन्नयन जारी ।
- डिजाईन थीम – ‘अमरू अहमदाबाद’ की कला सजावट; वाणिज्यिक रूप से आकर्षक वातावरण ।
COVID-19 के बाद बदलाव और सुधार (Changes and improvements after COVID-19)
- महामारी के बाद सफाई, social distancing, thermal screening, sanitization जोन, UV sanitizers शामिल।
- विजिट काउंट में निरंतर वृद्धि—2019 से 2025 तक वर्ष-दर-वर्ष निर्माण।
- Expansion की पहल continues to support rising ‘air travel demand’.
चुनौतियां और समाधान (Challenges and Solutions)
- स्थल की सीमा – विस्तार की सीमित क्षमता; Dholera का हित बढ़ा रहा है ।
- नियामक मंजूरी – कबाड़ प्रकार की मंजूरी में देरी; कार्गो टर्मिनल की रुकी शुरुआत ।
- metro link जरूरी – भविष्य में यात्री सुविधा लिए metro को कनेक्ट करना महत्वपूर्ण।
निष्कर्ष और दृष्टिकोण (Conclusion and outlook)
अहमदाबाद एयरपोर्ट ने वर्ष 1937 से लेकर 2025 तक यात्रा की—छोटे टर्मिनल से अगले-स्तर स्मार्ट इंटरनेशनल हब तक।
वर्तमान अपग्रेड: Terminal expansion, cargo हब, digital रीच—all reflecting गुजरात की विकास गति।
भविष्य में, Dholera Greenfield Airport, Metro लिंक, sustainable practices और डिजिटलाइजेशन इस क्षेत्र को next-gen aviation hub बनाएंगे।
अंततः, SVPIA केवल हवाई अड्डा नहीं, बल्कि गुजरात और भारत की आकाशीय पहचान का प्रतीक है—जहाँ संरचना, सुविधा और प्रयाप्ति आगे बढ़ रही है।